Gurudev's Website

Gurudev's Schedule

################################

Bhagwat Katha Updates


No Bhagwat Katha is Schedule in June and July Month.

Kindly visit www.uttamswamiji.org for detailed Programs.

Jay Gurudev

Jai Gurudev to every one,

With the Gurudev's blessings, I appreciate your efforts for visiting this blog

Here on this blog I would try to provide you with the materials, including teachings, photos, and videos related to Shri Gurudev Uttam swamiji, you always desired and needed.

As I belong to Pratapgarh in Rajasthan, most of the material I am providing here would be taken from the "Bhagwat Katha"and other events organized in my town.

I would like every Gurubhakta to please contribute more and more value-enriched content of Shri Gurudev to make it more appealing and fullifilling for all other GuruBhakta.

Your feedback is also invited at

nbaheti2004@gmail.com


Jai Gurudev
जय गुरुदेव


Guru-Bhakta (Pratapgarh)

SOMETHING TO REMEMBER

Just few words by Gurudev's Shri-Mukh
(on the Dhun of song tera mera pyar amar)

Hare Ram
Hare Ram
Ram Hare

Hare Krishna
Hare krishna
Krishna Hare


Chant these words for the sake of our Kalyan.

Monday, August 23, 2010

Janmashthmi and Gurudev Janmahotsav-2010

Janmasthami & Gurudev-Janmotsav-2010

1st September 2010
Maal Pura-Tonk (Dist.)
70 KM away from Jaipur
Rajasthan India

Labharthi: Shatrughan & Gotamji Bhai
Contact Details: 9414187043
A request to all Gurubhakta,

Wednesday, July 14, 2010

Schedule for GuruPurnima Panch Divsiy Mahotsav-2010

Jay Gurudev

################################

Panch-Divsiy GuruPurnima Program
at Banswara Ashram:
From 21st to 25th July 2010

--------------------------------------------

21st July
7:00 pm
Vichaar Goshti
#####
22nd July

6:00-8:00 am
Dhyan Yog Shivir
2pm - 7pm
Bhajan Sandhya
#####
23rd July

6:00-8:00 am
Dhyan Yog Shivir
2:00pm - 6:00 pm
Maha Rudra-Abhishek
7:00pm
Kavi--Sammelan
#####
24th July

6:00-8:00 am
Dhyan Yog Shivir
2:00pm - 6:00 pm
Sat-Chandi
7:00pm
Sunder-Kand
#####
25th July
*GuruPurnima*

Tuesday, December 8, 2009

Kakanwani Bhagwat Katha Pics









Saturday, December 5, 2009

Gurudev Shri uttam swami ji - Jeevan Parichay

गुरुदेव श्री उत्तम स्वामी जी - जीवन  परिचय

विश्व कल्याण, समाज को सद्मार्ग पर ले जाने की शक्ति व सामर्थ्य पाने के लिए कठोर तप एवम त्याग करने के साथ सेवाभावी बनना कठिन है| पर जिसमे इतनी लगन हो वो हर बाधा को पार करके अपने लक्ष्य की प्राप्ति में मग्न हो जाता है | ऐसे ही ध्यान योगी महर्षि उत्तम स्वामी जी है| सन १९७६ में जन्माष्टमी की मध्य रात्रि को जन्म लेने वाले महर्षि उत्तम स्वामी जी ने बचपन से अनेक खतरों और कष्टों का सामना किया, किन्तु इसे हमेशा अपने तप का हिस्सा माना | सवा साल की आयु में नाग देवता और ५ साल की आयु में मधुमख्खियो से घिर गए थे, पर इनका बाल भी बांका नहीं हुआ| बचपन से ही कठिन से कठिन समस्या का चंद  मिनटों में समाधान कर देने वाले उत्तम स्वामी जी की गाँव-गाँव में प्रसिद्धी फ़ैल गई| माता- पिता से अनुमति लेकर वैष्णव आदिनाथ योग-पीठ पंढरपुर में शिक्षा ग्रहण करना शुरू किया| गुरुदेव ने यहाँ गीता को कंठस्थ किया एवं शास्त्रों - पुराणो के साथ संतो के चरित्रों का अध्ययन किया| गुरुदेव ने वाध्य- यन्त्र वादन में भी पारंगत हासिल की| यही प्रवचन कला में दक्ष होकर संगीतमय प्रवचन देने लगे| इससे गुरुदेव उत्तम स्वामी जी को वैराग्य हो गया| कुछ समय बाद गुरुदेव राजनंद गांव में १५१ वर्षीय तपस्वी संत श्री रामदास जी के संपर्क में आये| उन्होंने महर्षि उत्तम स्वामी जी जीवन धारा को मोड़ दिया| आध्यात्मिक शिक्षा के साथ ध्यान, योग, प्राणायाम, समाधि का अभ्यास कराया और सिद्धी प्रदान की| संत श्री ने शक्ति- पात कर महर्षि श्री उत्तम स्वामी को अपनी संपूर्ण ऊर्जा देकर १९ वर्ष की आयु में सन्यास शिक्षा दी|  कुछ समय बाद गुरूजी रामदास जी ने वैकुंठ धाम को महा प्रयाण किया|
 गुरु रामदास जी के देवलोक गमन से गुरुदेव उत्तम स्वामी जी खुद को अकेला महसूस किया | एक दिन निद्रा में गुरु की प्रेरणा और संकेत मिलने के बाद रात्रि दो बजे उत्तम स्वामी जी ने पुणे के लिए प्रस्थान किया| घूमते- फिरते संतो से समागम -सत्संग करते पहले होशंगाबाद और फिर अमराजरी  पहुच गये| आलाउदल के गुरु अमरागुरु की सिद्ध तपस्थली अमराजरी में टाटम्बरी बाबा के यहाँ कुछ दिन रहे| युवा उत्तम स्वामी जी के मन में कुछ और ही चल रहा था| एक रात फिर गुरु के आदेश का पालन करते हुए विपरीत मौसम और प्रतिकूल स्थति में आश्रम से निकल पड़े और बिना मार्ग स्थित एक पहरी पर चढ़ना शुरू किया|  गुरुदेव पहाड़ी पर चढाई के कारण थक गये बड़ के वृक्ष के तने से टिककर निढाल शरीर के साथ बेठ गए|  तभी गुरु रामदास जी ने स्वप्न में साधना का संकेत दिया|  आखे खोलने पर कद्कारी बिजली की रौशनी में पंचमुखी नाग साथ पर मणिधारी नाग ने दर्शन दिये | निर्जन स्थान पर उत्तम स्वामी जी ने कपड़ो को त्याग कर साधना प्रारंभ की| किसी से मिली और संपर्क में आये बगैर जंगल में ताप आराधना के साथ योगाभ्यास, ध्यान, प्राणायाम, समाधी का दौर शुरू हुआ| इसी दौरान आत्मा साक्षात्कार, अदृष्य शक्तियों के दर्शन किये और आदेश प्राप्त किये|  साधना के तीन वर्ष गुजर गए| रहटी में रहने वाले किशोर पटेल को स्वप्न में संकेत मिले की अमराजारी की पहाड़ी पर एक संत साधना रत है| जाकर उन्हें भोजन कराओ| पहले तो किशोर पटेल को विश्वास नहीं हुआ, लेकिन स्वप्न में मिले आदेश की पालना करते हुए वो  भोजन लेकर पहाड़ी पर चल दिए| किशोर पटेल जब वह पहुचे तो तो देखा की स्वामी जी वह सो रहे है| किशोर ने उन्हें जगाया और भोजन ग्रहण कराया | इस बात की खबर पुरे क्षेत्र में फेल गयी | पहाड़ी पर श्रद्धालुओ का ताँता लग गया| लोक कल्याण के लिए गुरुदेव ने पहाड़ी को छोड़ दिया| इसके बाद सिलसिला प्रारंभ हुआ विश्व कल्याण और समाज को सही दिशा देने का| महर्षि उत्तम स्वामी जी ने विश्व कल्याण के लिए कई यज्ञ किये है| महर्षि उत्तम स्वामी जी का कहना है की दस जन्म सुधारने की बजाय एक जन्म सुधर लेना चाहिए | इन्द्रियों के माध्यम से मन को मथने से आत्म-साक्षात्कार होगा|  ऐसे ज्ञान देने वाले गुरु के चरणों में सत- सत नमन|
जय गुरुदेव
Courtesy - www.uttamswami.org
(Official website of Gurudev Shri Uttam Swami Ji)

अगर आप गुरुदेव के जीवन- परिचय लेख में कुछ  त्रुटी देखते है या गुरुदेव के जीवन से सम्बंधित कुछ वृतांत अथवा स्थान सम्बन्धी कोई नई जानकारी देना चाहते है तो  कृपया एक e-mail  nbaheti2004@yahoo.co.in पर करने का कष्ट करे.
धन्यवाद्

Saturday, October 31, 2009

Gurudev's visit to pratapgarh

Gurudev's Visit at Pratapgarh

On 29th of October, Gurudev Shri Uttam Swami Ji showered his blessings to Pratapgarh's Guru Bhakta by visiting this place.

Highlights of program:

Guru Bhakt Sneh Milan Samaroh
11:00am
Archana Resort, Pratapgarh(Raj.)

Shree Yantra Pooja
2:00pm
Deepeshwer Mahadev Mandir Parisar

Pravachan
4:00pm
Deepeshwer Mahadev Mandir Parisar

Guru Mantra Diksha
5:30pm
Deepeshwer Mahadev Mandir Parisar


Gurudev during the Pravachan at Deepeshwar Mahadev,
Pratapgarh (Raj.)


Gurudev after the Pravachan.





Gurudev in the room solving problems of bhaktas.





Family Photo- with gurubhakta surrounding Guruji.


With Gurudev.


Gurudev's Charan Kamal.


Gurudev...

Gurudev listening to Gurubhakta



Problem solving session.

gurudev's Blessing- enough to solve all problems.


Gurudev







From left (Deepak-My big bro, Vijay bhai-guruji's Saarthi
and me)


My Leela Bhabhi and Sattu Bhai along with other
Pratapgarh GuruBhakta, taking blessing from Gurudev
before his departure from Pratapgarh.

Monday, October 26, 2009

Pratapgarh Bhakt Mandal during Shivir.


Gurubhakta- Escorting Gurudev to Pravachan place at Deepeshwar Mahadev.
GuruBhakta during gurudev nagar-bhraman

Nirala Bhai-Devotee of gurudev taking Gurudev's Blessings.
bhakt mandel sadasya with Kaakanwadi Gurubhak Mandal.

Nitin Baheti (me) taking Gurudev's blessings...

Wednesday, August 26, 2009

Please write your name and message...

Please write your contact info here.


ShoutMix chat widget